विषय-सूची
- परिचय: इंटरलिंक नेटवर्क - डिजिटल विश्वास की नई परिभाषा
- इंटरलिंक लैब्स और इसका प्रमुख प्रोजेक्ट
- क्रिप्टोग्राफी, क्रिप्टोकरेंसी, क्रिप्टो माइनिंग, और $ITLG टोकन
- गूगल का रणनीतिक निवेश और साझेदारी
- प्रमुख निवेशक और समर्थन करने वाली कंपनियाँ
- इंटरलिंक नेटवर्क की वृद्धि के आंकड़े
- हाल के अपडेट और भविष्य की रोडमैप
- इंटरलिंक नेटवर्क माइनिंग में भाग लेने के लाभ
- इंटरलिंक नेटवर्क बनाम अन्य डिसेंट्रलाइज्ड पहचान समाधान
- भारतीय संदर्भ में इंटरलिंक नेटवर्क
- इंटरलिंक नेटवर्क माइनिंग शुरू करने की स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
- सामाजिक प्रभाव और नैतिक विचार
- इंटरलिंक लैब्स का भविष्य और क्रिप्टो इकोसिस्टम में संभावनाएँ
- उद्योग विशेषज्ञों की राय
- मिथक बनाम सच्चाई
- FAQ: आपके सवालों के जवाब
- निष्कर्ष: इंटरलिंक नेटवर्क में शामिल हों
इंटरलिंक नेटवर्क माइनिंग: वेब3 की दुनिया में एक क्रांतिकारी कदम
परिचय: इंटरलिंक नेटवर्क - डिजिटल विश्वास की नई परिभाषा
आज की डिजिटल दुनिया में, जहाँ बॉट्स, फर्जी अकाउंट्स और साइबर धोखाधड़ी आम बात हो गई है, वास्तविक मानव पहचान को सत्यापित करना एक बड़ी चुनौती है। सोचिए, आप एक ऑनलाइन गेम खेल रहे हैं, लेकिन आपके सामने बॉट्स की वजह से खेल का मजा किरकिरा हो रहा है। या फिर, आप एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हैं, लेकिन फर्जी प्रोफाइल्स की वजह से विश्वास करना मुश्किल हो रहा है। यहीं पर इंटरलिंक लैब्स (InterlinkLabs) अपने अभिनव प्रोजेक्ट इंटरलिंक नेटवर्क के साथ एक नया समाधान लेकर आया है।
इंटरलिंक नेटवर्क एक डिसेंट्रलाइज्ड (विकेन्द्रीकृत) प्लेटफॉर्म है, जो प्रूफ ऑफ ह्यूमैनिटी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), शून्य-ज्ञान प्रूफ (Zero-Knowledge Proof), और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन का उपयोग करके डिजिटल पहचान को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाता है। यह न केवल वेब3 इकोसिस्टम को मजबूत करता है, बल्कि यूजर्स को अपनी डेटा गोपनीयता पर पूरा नियंत्रण भी देता है।
इस लेख में, हम इंटरलिंक नेटवर्क माइनिंग की पूरी कहानी को विस्तार से समझेंगे। हम इसके तकनीकी पहलुओं, निवेशकों, हाल के अपडेट्स, और भविष्य की संभावनाओं पर गहराई से चर्चा करेंगे। साथ ही, भारतीय पाठकों के लिए इसे प्रासंगिक बनाने के लिए स्थानीय उदाहरण और तुलनाएँ भी शामिल करेंगे। चाहे आप क्रिप्टो की दुनिया में नए हों या अनुभवी निवेशक, यह लेख आपको इंटरलिंक नेटवर्क की रोमांचक यात्रा में ले जाएगा।
इंटरलिंक लैब्स और इसका प्रमुख प्रोजेक्ट
इंटरलिंक लैब्स एक अग्रणी तकनीकी कंपनी है, जो वेब3 इन्फ्रास्ट्रक्चर को नया रूप देने पर काम कर रही है। इसका प्रमुख प्रोजेक्ट, इंटरलिंक नेटवर्क, एक डिसेंट्रलाइज्ड नेटवर्क है जो ब्लॉकचेन, AI, और बायोमेट्रिक तकनीकों का उपयोग करके यह सुनिश्चित करता है कि नेटवर्क का हर यूजर एक वास्तविक इंसान हो। इसका मुख्य लक्ष्य है एक ऐसा डिजिटल इकोसिस्टम बनाना, जो फर्जी अकाउंट्स और बॉट्स से मुक्त हो।
इंटरलिंक नेटवर्क की कुछ प्रमुख विशेषताएँ हैं:
- इंटरलिंक आईडी: एक सुरक्षित डिजिटल पहचान, जो यूजर्स को उनके डेटा पर पूर्ण नियंत्रण देती है।
- मिनी ऐप्स: गेमिंग, ई-लर्निंग, और अन्य सेवाओं के लिए छोटे-छोटे ऐप्लिकेशन्स।
- एयरड्रॉप्स और रिवॉर्ड्स: यूजर्स को $ITLG टोकन के रूप में पुरस्कार।
- रेफरल प्रोग्राम: दोस्तों को आमंत्रित करने पर अतिरिक्त लाभ।
उदाहरण के लिए, मान लीजिए आप एक भारतीय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर खरीदारी कर रहे हैं। इंटरलिंक नेटवर्क यह सुनिश्चित कर सकता है कि केवल सत्यापित यूजर्स ही रिव्यू लिखें, जिससे फर्जी रिव्यूज की समस्या खत्म हो। यह न केवल उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ाता है, बल्कि प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता को भी मजबूत करता है।
इंटरलिंक का विजन है कि वह 1 अरब सत्यापित यूजर्स का एक वैश्विक नेटवर्क बनाए, जो वेब3 की रीढ़ बन सके।
क्रिप्टोग्राफी, क्रिप्टोकरेंसी, क्रिप्टो माइनिंग, और $ITLG टोकन
क्रिप्टोग्राफी: डिजिटल सुरक्षा की नींव
क्रिप्टोग्राफी डेटा को सुरक्षित करने की तकनीक है, जो यह सुनिश्चित करती है कि आपकी जानकारी केवल सही व्यक्ति तक पहुंचे। यह एक तरह का गुप्त कोड है, जो डेटा को एन्क्रिप्ट करता है ताकि अनधिकृत लोग इसे न पढ़ सकें। उदाहरण के लिए, जब आप अपने मोबाइल से ऑनलाइन पेमेंट करते हैं, तो क्रिप्टोग्राफी आपके कार्ड डिटेल्स को सुरक्षित रखती है। इंटरलिंक नेटवर्क में, क्रिप्टोग्राफी का उपयोग यूजर की पहचान और लेनदेन को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है। विशेष रूप से, शून्य-ज्ञान प्रूफ (ZKP) तकनीक यह सुनिश्चित करती है कि आप अपनी पहचान सत्यापित कर सकते हैं बिना अपनी निजी जानकारी साझा किए।
क्रिप्टोकरेंसी: डिजिटल मुद्रा की क्रांति
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल मुद्रा है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होती है। यह किसी केंद्रीय प्राधिकरण (जैसे बैंक या सरकार) के बिना काम करती है। बिटकॉइन और इथेरियम इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं। इंटरलिंक नेटवर्क अपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी, $ITLG टोकन, का उपयोग करता है, जो इसके इकोसिस्टम में लेनदेन, रिवॉर्ड्स, और अन्य गतिविधियों के लिए इस्तेमाल होता है।
क्रिप्टो माइनिंग: एक नया दृष्टिकोण
परंपरागत क्रिप्टो माइनिंग में, कंप्यूटर जटिल गणितीय समस्याओं को हल करके ब्लॉकचेन लेनदेन को सत्यापित करते हैं और बदले में टोकन कमाते हैं। लेकिन इसमें भारी बिजली और महंगे हार्डवेयर की जरूरत होती है। इंटरलिंक नेटवर्क माइनिंग इससे पूरी तरह अलग है। यह प्रूफ ऑफ ह्यूमैनिटी पर आधारित है, जिसमें यूजर्स अपनी वास्तविक पहचान सत्यापित करके और नेटवर्क में योगदान देकर $ITLG टोकन कमाते हैं।
उदाहरण के लिए, एक भारतीय यूजर जो इंटरलिंक ऐप डाउनलोड करता है, वह फेस स्कैनिंग के जरिए अपनी पहचान सत्यापित कर सकता है और रोजाना कुछ मिनट नेटवर्क गतिविधियों में हिस्सा लेकर टोकन कमा सकता है। यह प्रक्रिया न केवल सरल है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है, क्योंकि इसमें बिजली की खपत न के बराबर होती है।
$ITLG टोकन: इंटरलिंक का मूल
$ITLG टोकन इंटरलिंक नेटवर्क का मूल टोकन है, जो नेटवर्क के विभिन्न कार्यों जैसे भुगतान, रिवॉर्ड्स, और क्रॉस-बॉर्डर लेनदेन के लिए उपयोग किया जाता है। यह टोकन यूजर्स को नेटवर्क में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है। उदाहरण के लिए, जब आप इंटरलिंक कार्ड का उपयोग करके किसी स्थानीय दुकान में खरीदारी करते हैं, तो आपको $ITLG टोकन के रूप में कैशबैक मिल सकता है।
टोकन की 15 साल की वेस्टिंग अवधि यह सुनिश्चित करती है कि इसका मूल्य स्थिर रहे और सट्टा गतिविधियों से प्रभावित न हो। साथ ही, इंटरलिंक का मल्टी-चेन सपोर्ट इसे इथेरियम, सोलाना, बीएनबी चेन, और अन्य ब्लॉकचेन के साथ संगत बनाता है, जिससे यूजर्स एक ही वॉलेट से कई ब्लॉकचेन पर अपनी संपत्ति प्रबंधित कर सकते हैं।
गूगल का रणनीतिक निवेश और साझेदारी
जून 2025 में, इंटरलिंक लैब्स ने गूगल फॉर स्टार्टअप्स से एक महत्वपूर्ण रणनीतिक निवेश प्राप्त किया, जिसने इसकी विश्वसनीयता को और मजबूत किया। यह निवेश तब हुआ जब इंटरलिंक नेटवर्क ने 10 लाख सत्यापित यूजर्स का आंकड़ा पार किया। गूगल का यह निवेश न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करता है, बल्कि इंटरलिंक को तकनीकी और रणनीतिक मार्गदर्शन भी देता है।
गूगल की तकनीकी विशेषज्ञता और वैश्विक नेटवर्क के साथ, इंटरलिंक अपनी बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन और AI-संचालित तकनीकों को और बेहतर कर रहा है। उदाहरण के लिए, गूगल के क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर का उपयोग करके, इंटरलिंक अपने फेस स्कैनिंग सिस्टम को और तेज और सुरक्षित बना सकता है। यह साझेदारी भारत जैसे बाजारों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहाँ डिजिटल समावेशन और सुरक्षित ऑनलाइन लेनदेन की मांग तेजी से बढ़ रही है।
प्रमुख निवेशक और समर्थन करने वाली कंपनियाँ
इंटरलिंक लैब्स ने कई बड़े निवेशकों और कंपनियों का समर्थन हासिल किया है, जो इसकी मजबूत स्थिति को दर्शाता है:
- a16z Crypto: एक प्रमुख वेंचर कैपिटल फर्म, जिसने 2024 की चौथी तिमाही में $90 मिलियन की सीरीज बी फंडिंग राउंड का नेतृत्व किया। a16z ने इंटरलिंक की बोर्ड में एक सीट भी हासिल की है।
- न giocato: न्यू टू द स्ट्रीट: यह फाइनेंशियल मीडिया कंपनी इंटरलिंक की ब्रांडिंग और मार्केटिंग में मदद कर रही है। यह फॉक्स बिजनेस और ब्लूमबर्ग टेलीविजन पर इंटरलिंक की प्रचार सामग्री प्रसारित कर रही है।
- अन्य निवेशक: कई संस्थागत और मान्यता प्राप्त निवेशक इंटरलिंक के ब्रिज फाइनेंसिंग में शामिल हैं, जो इसके वैश्विक विस्तार को समर्थन दे रहे हैं।
ये निवेशक न केवल वित्तीय संसाधन प्रदान करते हैं, बल्कि इंटरलिंक को रणनीतिक मार्गदर्शन और वैश्विक पहुंच भी देते हैं।
इंटरलिंक नेटवर्क की वृद्धि के आंकड़े
इंटरलिंक नेटवर्क ने अपनी शुरुआत से ही अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की है। कुछ प्रमुख आंकड़े इसकी सफलता को दर्शाते हैं:
- 2.1 मिलियन सत्यापित यूजर्स: जून 2025 तक, इंटरलिंक नेटवर्क ने 21 लाख से अधिक यूजर्स को सत्यापित किया है। यह उपलब्धि इसके सुपर ऐप लॉन्च के केवल तीन महीनों में हासिल की गई।
- प्रति दिन 10,000+ नए यूजर्स: नेटवर्क हर दिन हजारों नए यूजर्स को जोड़ रहा है, जो भारत जैसे उभरते बाजारों में इसकी लोकप्रियता को दर्शाता है।
- 400,000+ फेस-वेरिफाइड यूजर्स: लॉन्च के पहले 30 दिनों में, इंटरलिंक ने 4 लाख से अधिक यूजर्स को फेस स्कैनिंग के जरिए सत्यापित किया।
- वैश्विक पहुंच: इंटरलिंक नेटवर्क अब 100 से अधिक देशों में उपलब्ध है, जिसमें भारत, नाइजीरिया, और इंडोनेशिया जैसे देश शामिल हैं।


हाल के अपडेट और भविष्य की रोडमैप
हाल के अपडेट
इंटरलिंक नेटवर्क ने हाल ही में कई महत्वपूर्ण अपडेट किए हैं:
- UI अपडेट्स: ऐप की होम स्क्रीन को और आकर्षक बनाया गया है, जिसमें लेटेस्ट न्यूज के लिए बैनर और एक नया लीडरबोर्ड डिज़ाइन शामिल है।
- ऐड इंटीग्रेशन: माइनिंग और मिनी ऐप्स सेक्शन में विज्ञापन जोड़े गए हैं, जो नेटवर्क के विकास को समर्थन दे रहे हैं।
- इंटरलिंक कार्ड: VISA/Mastercard-संचालित प्रीपेड डेबिट कार्ड लॉन्च किया गया है, जो यूजर्स को स्थिर सिक्कों के साथ भुगतान करने और $ITLG टोकन कमाने की सुविधा देता है।
भविष्य की रोडमैप
इंटरलिंक लैब्स की भविष्य की योजनाएँ इस प्रकार हैं:
- 1 अरब यूजर्स का लक्ष्य: इंटरलिंक का लक्ष्य है कि वह दुनिया का सबसे बड़ा मानव नेटवर्क बनाए।
- प्रूफ ऑफ पर्सनहुड मैकेनिज्म: 2025 की तीसरी तिमाही में, इंटरलिंक अपनी ब्लॉकचेन पर एक नया मैकेनिज्म लॉन्च करेगा।
- यूएस स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग: इंटरलिंक पहली क्रिप्टो-नेटिव कंपनी बनने की योजना बना रहा है जो यूएस स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होगी।
- भारत-केंद्रित योजनाएँ: भारत में डिजिटल समावेशन को बढ़ावा देने के लिए, इंटरलिंक स्थानीय भाषाओं में ऐप और स्थानीय पेमेंट गेटवे के साथ इंटीग्रेशन की योजना बना रहा है।
इंटरलिंक नेटवर्क माइनिंग में भाग लेने के लाभ
इंटरलिंक नेटवर्क माइनिंग में भाग लेने के कई लाभ हैं:
- आसान और पर्यावरण-अनुकूल: पारंपरागत माइनिंग के विपरीत, इसमें भारी हार्डवेयर या बिजली की जरूरत नहीं होती।
- $ITLG टोकन रिवॉर्ड्स: यूजर्स अपनी पहचान सत्यापित करके और नेटवर्क में योगदान देकर टोकन कमा सकते हैं।
- यूनिवर्सल बेसिक इनकम (UBI): इंटरलिंक अपने यूजर्स को UBI प्रदान करता है, जो वास्तविक मानव भागीदारी को प्रोत्साहित करता है।
- वैश्विक उपयोगिता: इंटरलिंक कार्ड के जरिए, यूजर्स दुनिया भर में लाखों मर्चेंट्स पर खरीदारी कर सकते हैं।
- प्राइवेसी और नियंत्रण: यूजर्स को अपने डेटा पर पूरा नियंत्रण मिलता है।
केस स्टडी: राजेश, एक दिल्ली का कॉलेज स्टूडेंट, इंटरलिंक नेटवर्क में शामिल हुआ और रोजाना 10 मिनट माइनिंग करके $ITLG टोकन कमाने लगा। उसने इन टोकन्स का उपयोग ऑनलाइन खरीदारी के लिए किया और अपने दोस्तों को रेफर करके अतिरिक्त रिवॉर्ड्स कमाए।
इंटरलिंक नेटवर्क बनाम अन्य डिसेंट्रलाइज्ड पहचान समाधान
विशेषता | इंटरलिंक नेटवर्क | Civic | SelfKey | Worldcoin |
---|---|---|---|---|
पहचान सत्यापन | बायोमेट्रिक + ZKP | KYC | KYC | आँख स्कैनिंग |
माइनिंग मॉडल | प्रूफ ऑफ ह्यूमैनिटी | नहीं | नहीं | नहीं |
यूजर बेस (2025) | 2.1 मिलियन+ | 1 मिलियन+ | 500,000+ | 5 मिलियन+ |
गोपनीयता | पूर्ण डेटा नियंत्रण | मध्यम | मध्यम | चिंताएँ मौजूद |
इंटरलिंक की प्रूफ ऑफ ह्यूमैनिटी और मल्टी-चेन सपोर्ट इसे अन्य समाधानों से अलग बनाता है।
भारतीय संदर्भ में इंटरलिंक नेटवर्क
भारत में, जहाँ आधार कार्ड ने डिजिटल पहचान को एक नया आयाम दिया है, इंटरलिंक नेटवर्क एक पूरक समाधान के रूप में उभर सकता है। आधार की तरह, इंटरलिंक भी बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन का उपयोग करता है, लेकिन यह डिसेंट्रलाइज्ड है और यूजर्स को अपने डेटा पर नियंत्रण देता है। उदाहरण के लिए, भारत में छोटे व्यापारी इंटरलिंक कार्ड का उपयोग करके सुरक्षित लेनदेन कर सकते हैं, जबकि गेमिंग प्लेटफॉर्म्स बॉट्स को रोकने के लिए इंटरलिंक की तकनीक का उपयोग कर सकते हैं।
भारत में क्रिप्टो नियमों की अनिश्चितता के बावजूद, इंटरलिंक की गोपनीयता-केंद्रित दृष्टिकोण इसे एक आकर्षक विकल्प बनाता है।
इंटरलिंक नेटवर्क माइनिंग शुरू करने की स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
- ऐप डाउनलोड करें: गूगल प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से इंटरलिंक नेटवर्क ऐप डाउनलोड करें।
- पहचान सत्यापित करें: फेस स्कैनिंग और लाइवनेस डिटेक्शन के जरिए अपनी पहचान सत्यापित करें।
- माइनिंग शुरू करें: ऐप में माइनिंग सेक्शन में जाकर गतिविधियाँ शुरू करें।
- रिवॉर्ड्स कमाएँ: $ITLG टोकन और अन्य पुरस्कार प्राप्त करें।
- रेफरल प्रोग्राम: दोस्तों को आमंत्रित करें और अतिरिक्त टोकन कमाएँ।
स्क्रीनशॉट सुझाव: यहाँ ऐप के माइनिंग डैशबोर्ड का स्क्रीनशॉट जोड़ा जा सकता है।
सामाजिक प्रभाव और नैतिक विचार
सामाजिक प्रभाव
इंटरलिंक नेटवर्क डिजिटल समावेशन को बढ़ावा दे सकता है, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ बैंकिंग और डिजिटल पहचान की सुविधाएँ सीमित हैं। भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में, जहाँ कई लोगों के पास आधार है लेकिन डिजिटल लेनदेन तक पहुंच नहीं है, इंटरलिंक कार्ड और $ITLG टोकन एक नया अवसर प्रदान कर सकते हैं।
नैतिक चिंताएँ
बायोमेट्रिक डेटा के उपयोग से गोपनीयता की चिंताएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इंटरलिंक इन चिंताओं को संबोधित करने के लिए शून्य-ज्ञान प्रूफ और डिसेंट्रलाइज्ड डेटा स्टोरेज का उपयोग करता है, जिससे यूजर्स का डेटा सुरक्षित रहता है। फिर भी, यूजर्स को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे ऐप का उपयोग सुरक्षित डिवाइस पर करें।
इंटरलिंक लैब्स का भविष्य और क्रिप्टो इकोसिस्टम में संभावनाएँ
इंटरलिंक नेटवर्क का भविष्य क्रिप्टो और वेब3 इकोसिस्टम में उज्ज्वल है। इसका प्रूफ ऑफ ह्यूमैनिटी मॉडल इसे अन्य ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट्स से अलग करता है। उदाहरण के लिए, भारत में ऑनलाइन गेमिंग उद्योग, जो 2025 तक $2 बिलियन का होने का अनुमान है, इंटरलिंक की तकनीक से लाभ उठा सकता है। यह न केवल यूजर अनुभव को बेहतर बनाता है, बल्कि डेवलपर्स को विश्वसनीय नेटवर्क प्रदान करता है।
जोखिम:
- तकनीकी जोखिम: बायोमेट्रिक सिस्टम की सटीकता को और बेहतर करने की जरूरत है। _TH
- नियामक जोखिम: भारत जैसे देशों में क्रिप्टो नियमों की अनिश्चितता।
- प्रतिस्पर्धी जोखिम: अन्य डिसेंट्रलाइज्ड पहचान समाधानों से प्रतिस्पर्धा।
इन जोखिमों के बावजूद, गूगल और a16z जैसे निवेशकों का समर्थन और तेजी से बढ़ता यूजर बेस इंटरलिंक को एक मजबूत दावेदार बनाता है।
🔐 Interlink Labs के दो प्रमुख टोकन: $ITLG और $ITLX
🌟 1. $ITLG (Interlink Genesis Token)
$ITLG एक विशेष Genesis Token है जिसे Interlink Labs द्वारा अपने शुरुआती और वफादार उपयोगकर्ताओं को सम्मान देने के लिए जारी किया गया है। यह टोकन नेटवर्क की स्थापना के समय सीमित मात्रा में दिया गया था और इसमें भविष्य में विशेष अधिकार और गवर्नेंस पॉवर मिलने की संभावना है।
- 🎁 सीमित आपूर्ति और विशेष मान्यता
- ⏳ भविष्य में विशेष प्रोजेक्ट एक्सेस की पात्रता
- 🧠 नेटवर्क गवर्नेंस में भागीदारी की संभावना
⚡ 2. $ITLX (Interlink Utility Token)
$ITLX इंटरलिंक नेटवर्क का मुख्य यूटिलिटी टोकन है जो नेटवर्क के भीतर Proof of Personhood, लेन-देन, ऐप उपयोग और पुरस्कार वितरण में काम आता है। यह टोकन उपयोगकर्ता को एक मजबूत डिजिटल पहचान के साथ Web3 सेवाओं तक पहुंच प्रदान करता है।
प्रमुख उपयोग | विवरण |
---|---|
✅ Proof of Personhood | आधार सत्यापन पर मासिक रिवॉर्ड अर्जित करें |
💼 SuperApp सेवाएं | नेटवर्क आधारित ऐप्स में भुगतान के लिए |
💰 रेफरल रिवॉर्ड | अपने कोड से जुड़ने वालों पर इनाम |
🌐 DAO गवर्नेंस | Web3 निर्णयों में सामूहिक भागीदारी (जल्द) |
🔄 एक्सचेंज लिस्टिंग | भविष्य में DeFi और CEX लिस्टिंग की योजना |
विशेष जानकारी: $ITLG एक तरह का वर्चुअल सम्मान है, जबकि $ITLX रोज़मर्रा के उपयोग और प्लेटफॉर्म इकोनॉमी का आधार है। Interlink SuperApp और Web3 सेवाओं की रीढ़ बनता जा रहा है यह टोकन।
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सोफिया लोपेज, क्रिप्टो विशेषज्ञ, ने कहा, “इंटरलिंक नेटवर्क वेब3 की सबसे बड़ी समस्या को हल कर रहा है। इसका प्रूफ ऑफ ह्यूमैनिटी मॉडल डिजिटल विश्वास को पुनर्जनन करेगा।”
विंस कारुसो, न्यू टू द स्ट्रीट के CEO, ने कहा, “1 मिलियन यूजर्स का मील का पत्थर वेब3 इकोनॉमी को बदल देगा। गूगल का समर्थन इसे वैश्विक उपयोगिता लेयर बनाएगा।”
मिथक बनाम सच्चाई
मिथक | सच्चाई |
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इंटरलिंक माइनिंग के लिए सुपरकंप्यूटर चाहिए। | इंटरलिंक की माइनिंग प्रूफ ऑफ ह्यूमैनिटी पर आधारित है और स्मार्टफोन से की जा सकती है। |
बायोमेट्रिक डेटा असुरक्षित है। | इंटरलिंक ZKP और डिसेंट्रलाइज्ड स्टोरेज का उपयोग करता है। |
FAQ: आपके सवालों के जवाब
1. इंटरलिंक नेटवर्क में शामिल होने के लिए क्या चाहिए?
एक स्मार्टफोन, इंटरलिंक ऐप, और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन।
2. $ITLG टोकन कहाँ से खरीदे जा सकते हैं?
वर्तमान में, टोकन माइनिंग और रेफरल प्रोग्राम के जरिए कमाए जा सकते हैं। भविष्य में, यह प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंजों पर उपलब्ध हो सकता है।
3. क्या इंटरलिंक माइनिंग सुरक्षित है?
हाँ, इंटरलिंक की गोपनीयता-केंद्रित तकनीक इसे सुरक्षित बनाती है।
निष्कर्ष: इंटरलिंक नेटवर्क में शामिल हों
इंटरलिंक नेटवर्क माइनिंग डिजिटल विश्वास की नई परिभाषा है। इसका प्रूफ ऑफ ह्यूमैनिटी मॉडल, गूगल और a16z का समर्थन, और तेजी से बढ़ता यूजर बेस इसे क्रिप्टो की दुनिया में एक आकर्षक अवसर बनाता है।
कॉल टू एक्शन: आज ही इंटरलिंक नेटवर्क ऐप डाउनलोड करें, अपनी पहचान सत्यापित करें, और वेब3 की इस क्रांति का हिस्सा बनें! इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और डिजिटल भविष्य को एक साथ आकार दें।
अभी डाउनलोड करेंनोट: क्रिप्टो में निवेश जोखिम भरा हो सकता है। निवेश से पहले पूरी तरह शोध करें। यह लेख केवल जानकारी के लिए है।
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